Cryptocurrency News in Hindi 2022
Cryptocurrency News in Hindi: दोस्तों जहाँ पर कई देश क्रिप्टोकरेंसीज पर पाबंदी लगा रहे हैं वहीँ पर कई देश इसे मौके के रूप में देख रहे है, इसलिए वे क्रिप्टोकरेंसीज पर रूल्स रेगुलेशन लगाकर रेगुलेट कर रहे हैं. ऐसे में क्रिप्टो सेगमेंट को लेकर कई देशों में रेगुलेटर्स ने कठिनाइयाँ बढ़ा दी है. अमेरिका के फेडरल रिजर्व ने क्रिप्टोकरेंसीज से जुड़ी सर्विसेज शुरू करने की प्लानिंग कर रही बैंकों के लिए अतिरिक्त गाइडलाइंस जारी किया हैं.
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जिसमें कहा गया है कि बैंकों को इस सर्विसेज को शुरू करने से पहले फेडरल रिजर्व को जानकारी देनी होगी और यह कन्फ़र्म करना होगा कि इन सर्विसेज को कानून के तहत परमिशन मिल गयी है.
फेडरल रिजर्व ने अपने एक स्टेटमेंट में यह भी कहा कि क्रिप्टोकरेंसीज से बैंकों को बिजनेस बढ़ाने के मौके मिल सकते हैं. फ़िलहाल, यह कंफ़र्म करने की जरूरत है कि इन सर्विसेज के लिए ऐसा सिस्टम उपलब्ध हो ताकि ज्यादा रिस्क वाले एसेट से कंज्यूमर्स को कोई नुकसान न हो. इसलिए पहले से क्रिप्टो सर्विसेज दे रहे बैंकों को भी फेडरल रिजर्व ने इसकी पूरी जानकारी देने को कहा है.
Reuters की रिपोर्ट के अनुसार, इन गाइडलाइंस के तहत बैंकों को ये सर्विसेज स्टार्ट करने से पहले पर्याप्त रिस्क मैनेजमेंट सिस्टम रखने होंगे. हाल ही में बहुत से डेमोक्रेट सीनेटर्स ने ऑफिस ऑफ कंट्रोलर ऑफ द करेंसी (OCC) से क्रिप्टोकरेंसीज को लेकर सख्त रेगुलेशंस बनाने की मांग की थी.
पिछले कई महीनों में बिकवाली होने से से क्रिप्टो मार्केट काफ़ी स्लोडाउन देखने को मिला . जिससे क्रिप्टोकरेंसीज के प्राइस में लगातार गिरावट हुई है और इनवेस्टर्स को बड़ा नुकसान हुआ है. ऐसे में क्रिप्टो मार्केट में मंदी के कारण इस सेगमेंट की बहुत सी फर्में अपनी कॉस्ट घटाने के लिए वर्कफोर्स में कटौती कर रही हैं. जिसमें बड़े दिग्गज क्रिप्टो एक्सचेंजों में से एक कॉइनबेस ने भी अपनी वर्कफोर्स को 18% कम करने का फैसला किया था.
इस फर्म का कहना है कि इंडस्ट्री में इस समय काफ़ी मुश्किल दौर चल रहा है ऐसे में उसने कॉस्ट में कमी करने के लिए यह कदम उठाया है. लेकिन फ़र्म के इस फैसले से एक्सचेंज के 1,000 से भी ज्यादा एंप्लॉयीज की छंटनी करने का अनुमान है.
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इससे पहले क्रिप्टो ट्रेडिंग और लेंडिंग प्लेटफॉर्म BlockFi ने लगभग 200 एंप्लॉयीज और क्रिप्टो एक्सचेंज Crypto.com ने लगभग 260 एंप्लॉयीज को हटाने की घोषणा की थी. इन दोनों फर्मों ने वर्कफोर्स घटाने के लिए समान कारण बताए हैं. मार्केट कैपिटलाइजेशन के हिसाब से देखा जाए तो सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन ने पिछले साल नवंबर में 69,000 डॉलर का हाई छुआ था. इसका प्राइस लगातार गिरने की वजह से आज यह 24,000 डॉलर के आसपास रह गया है. इसके साथ ही अन्य क्रिप्टोकरेंसीज में भी काफ़ी डाउनफ़ॉल देखनें को मिला है.