जब निवेश की बात आती है तो हम सब वहीँ पर निवेश करना चाहते है जहाँ पर एक बेहतर रिटर्न मिलने की उम्मीद होती है. ऐसे में बहुत से लोग ETF यानि एक्सचेंज ट्रेडेड फंड को एक बेहतर निवेश मानते हैं लेकिन कई लोग इसे एक बेहतर विकल्प नहीं मानते हैं. भारत ही नहीं बल्कि पूरी दुनियां में ईटीएफ़ में निवेश करने वाली की संख्या में बढ़ोत्तरी हो रही है. देश में पिछले 5 सालों में ईटीएफ़ में क़रीब 10 फ़ीसदी से भी ज्यादा निवेश करने वालों की संख्या में इजाफ़ा हुआ है.
ऐसे में यह जानना ज़रूरी है की, ETF क्या है? What’s ETF in Stock Market? ETF कैसे काम करता है? ETF और Mutual Fund में क्या अंतर है, यानि की ETF (Exchange Traded Fund) के बारे में पूरी जानकारी इस आर्टिकल में हम जानेंगे.
ETF क्या है? What’s Exchange Traded Fund Hindi
ETF का फुलफॉर्म होता है- एक्सचेंज ट्रेडेड फंड यानि अगर सरल शब्दों में समझें की ETF क्या है? तो ऐसा फंड जो एक्सचेंज पर ख़रीदा और बेचा जा सके उसे ETF (Exchange Traded Fund) कहते है. इसे म्यूच्यूअल फंड के अल्टरनेट के तौर पर भी समझ सकते है. लेकिन जब हम म्यूच्यूअल फंड में निवेश करते हैं तो हम किसी म्यूच्यूअल फंड कंपनी के माध्यम से निवेश करते हैं, जिसमें फंड मैनेजर होता है जो हमारे पैसे को अपने अनुसार मैनेज करता है. और ईटीएफ़ एक्सचेंज जैसे-बीएससी या फिर एनएससी से ख़रीदा जाता है.
अगर दूसरे शब्दों में समझें की ETF क्या है तो “ईटीएफ़ एक प्रकार का इन्वेस्टमेंट है जिसे स्टॉक एक्सचेंजों पर ख़रीदा और बेचा जाता है, इसमें बांड्स या स्टॉक्स की ख़रीद और बिक्री होती है.” Exchange Traded Fund एक तरह से म्यूच्यूअल फंड जैसे ही होते हैं, पर ईटीएफ़ को ट्रेडिंग की अवधि के दौरान किसी भी टाइम ख़रीदा और बेचा जा सकता है. ऐसे में ईटीएफ़ का मतलब होता है की आप इसे एक्सचेंज से ही ख़रीद और बेच सकते हैं. यानि इसे किसी भी म्युचुअल फंड कंपनी से नहीं ख़रीद सकते.
ETF कैसे काम करता है? How do ETFs work in Hindi
जैसा की हम सभी को पता है की देश में दो एक्सचेंज, BSE और NSE हैं जो ट्रेडिंग कराते है, इन एक्सचेंजों का स्टॉक मार्केट में जिस तरह से परफॉरमेंस रहेगा, वैसा ही ईटीएफ़ का भी परफॉरमेंस रहेगा. अगर BSE और NSE अच्छा प्रदर्शन कर रह हैं तो ईटीएफ़ भी अच्छा प्रदर्शन करेगा, और अगर एक्सचेंजों का ही प्रदर्शन ख़राब होगा तो ईटीएफ़ का भी प्रदर्शन ख़राब रहेगा, क्योंकि ईटीएफ़ एक्सचेंज से ही ख़रीदा और बेचा जाता है. 2021 में बीएससी और एनएससी ने अच्छा प्रदर्शन किया है इसलिए ईटीएफ़ में निवेश को लेकर लोगों की दिलचस्वी बढ़ी है. ईटीएफ़ में स्टॉक्स, फंड के अलावा कमोडिटी और करेंसी को भी शामिल किया जाता है.
ETF कितने प्रकार के होते है? Types of Exchange Traded Fund
ईटीएफ़ के प्रकार कुछ इस तरह से है.
- बॉन्ड ईटीएफ़
- इंडेक्स ईटीएफ़
- कमोडिटी ईटीएफ़
- करेंसी ईटीएफ़
बॉन्ड ईटीएफ़ (Bond Exchange Traded Fund)
बॉन्ड में इन्वेस्ट करने वाले एक्सचेंज ट्रेडेड फंड को बांड ईटीएफ़ के नाम से जाना जाता है, बांड ईटीएफ़ और बांड म्यूच्यूअल फंड दोनों एक सामान दिखाई देते है, पर फंड के भीतर होल्डिंग के लिए निवेशकों से ली जाने वाली फ़ीस अलग-अलग हो सकती है.
इंडेक्स ईटीएफ़ (Index Exchange Traded Fund)
इंडेक्स में निवेश करने वाले एक्सचेंज ट्रेडेड फंड को इंडेक्स फंड के रूप में जाना जाता है. अधिकतर ईटीएफ़ इंडेक्स फंड के ही ईटीएफ़ होते हैं. जिसमें स्माल कैप, मिड कैप और लार्ज कैप के स्टॉक्स को शामिल किया जाता है.
कमोडिटी ईटीएफ़ (Commodity Exchange Traded Fund)
कमोडिटी ईटीएफ़ में मुख्यतः कृषि द्वारा उत्पादित चीजों, महँगी धातुओं जैसे-गोल्ड, सिल्वर इत्यादि और पेट्रोलियम को भी शामिल किया जाता है. इसके साथ में यह शेयरों में ट्रेडिंग के लिए भी सक्षम होता है.
करेंसी ईटीएफ़ (Currency Exchange Traded Fund)
करेंसी ईटीएफ़ में एक्सचेंज ट्रेडेड फंड अलग-अलग करेंसीज में ट्रेडिंग करने में सक्षम होते है.
ETF के फ़ायदे (Advantages of ETF)
ईटीएफ़ के फ़ायदे निम्नलिखित है.
- ईटीएफ़ में अलग-अलग सेक्टर्स में निवेश किया जा सकता है, जैसे-बांड, कमोडिटी, स्टॉक्स करेंसी etc.
- ईटीएफ़ के डेवीडेंट पर आयकर नहीं देना होता है.
- हर ईटीएफ़ पर फंड मैनेजर मौजूद होते हैं इसलिए निवेशक को ख़रीद और बिक्री नहीं करनी पड़ती है.
- ईटीएफ़ को ख़रीदना और बेचना बिल्कुल आसान होता है.
ETF vs Mutual Fund in Hindi
ईटीएफ़ | म्यूच्यूअल फंड |
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ईटीएफ़ में निवेश करने के लिए किसी भी फंड मैनेजर की ज़रूरत नहीं होती है. | म्यूच्यूअल फंड में निवेश करने के लिए फंड मैनेजर की जरूरत होती है. |
ईटीएफ़ में निवेशकों को पोर्टफ़ोलियो मैनेज करने के लिए कोई विशेष चार्ज नहीं देना होता है. | म्यूच्यूअल फंड में निवेशकों को पोर्टफ़ोलियो को मैनेज करने के लिए चार्ज देना होता है. |
ईटीएफ शेयरों की तरह ट्रेड करते हैं और स्टॉक एक्सचेंज में खरीदे और बेचे जाते हैं, पूरे दिन कीमतों में बदलाव का अनुभव करते हैं. इसका मतलब यह है कि जिस कीमत पर आप ईटीएफ खरीदते हैं, वह अन्य निवेशकों द्वारा भुगतान की गई कीमतों से अलग होने की संभावना है. | म्युचुअल फंड ऑर्डर प्रति दिन एक बार निष्पादित किए जाते हैं, उसी दिन सभी निवेशकों को समान प्राइस प्राप्त होता है. |
ETF में निवेश कैसे करें? How to invest in ETF
ईटीएफ़ में निवेश करने के लिए आपके पास डीमैट अकाउंट का होना ज़रूरी है, डीमैट अकाउंट में आपको ईटीएफ़ में निवेश करने की सुविधा मिल जाती है. लेकिन निवेश करने से पहले यह ज़रूर देखें की जिस ईटीएफ़ में आप निवेश करने वाले हो उसमें वैल्यू कितना हाई है.
डिस्क्लेमर- चूंकि स्टॉक मार्केट में कोई भी निवेश जोख़िम से भरा होता है इसलिए कहीं पर भी निवेश करने से पहले रिसर्च करें या फिर अपने फाइनेंसियल सलाहकार से सलाह जरूर लें. फाइनेंसियल संगम कहीं पर भी निवेश करने की सलाह नहीं देता, कृपया निवेश अपने रिस्क पर करें.