क्रिप्टोकरेंसी क्या है? क्रिप्टोकरेंसी के फायदें और नुकसान, क्रिप्टो माइनिंग क्या है? (What Is Crypto Mining), क्रिप्टोकरेंसी कैसे काम करती है?, क्रिप्टोकरेंसी कितने प्रकार की होती है?, क्रिप्टोकरेंसी का फ्यूचर क्या है?, क्रिप्टोकरेंसी क्यों बनाई गई?
क्रिप्टोकरेंसी क्या है? What is Cryptocurrency in Hindi
क्रिप्टोकरेंसी क्या है दोस्तों Cryptocurrency यानि की digital currency में आज दुनिया भर के लोग इन्वेस्ट कर रहे है ऐसे में सबसे ज्यादा युवा इसकी तरफ अपना रुख दिखा रहे है.
पूरी दुनिया में जितनी भी क्रिप्टो है उनकी अगर वैल्यू देखीं जाए तो वो है पूरी दुनिया की टोटल मनी का 7%, जिसमें अगर bitcoin की value की बात करें तो वो पूरी दुनिया की टोटल मनी का 3% है, क्रिप्टो करेंसी blockchain technology पर काम करती है.
लोगों का कहना है की क्रिप्टो करेंसी फ्यूचर है और यह आने वाले समय में सभी physical currencies को खत्म कर देंगी और पूरी दुनिया में केवल digital currencies ही चलेगी.
अगर simple भाषा में समझें क्रिप्टोकरेंसी क्या है? तो जैसे अलग-अलग देशों की अलग-अलग करेंसी होती है, जैसे की इंडिया की करेंसी INR (रुपया) है USA की currency, Dolor ($) है और यूरोप की यूरो है, उसी तरह Cryptocurrency भी एक तरह की करेंसी होती है.
अंतर बस इतना सा है की और Currencies की तरह हम इसे न तो छू सकते है और न ही महसूस कर सकते है यह पूरी तरह से एक digital asset है जिसे हम कोई भी सर्विसेस या प्रोडक्ट्स ख़रीदने पर रेगुलर currencies की जगह इसे इस्तेमाल कर सकते है.
अगर आप यह जान चुके हैं क्रिप्टो करेंसी क्या है तो आइये जानते है की क्रिप्टो करेंसी कैसे काम करती है.
क्रिप्टोकरेंसी कैसे काम करती है? How does cryptocurrency work?
- क्रिप्टोकरेंसी कैसे काम करती है इसको कोई भी सेंट्रल अथोरिटी यानि की सरकार या रिजर्ब बैंक रेगुलेट नहीं करती यह पूरी तरह डीसेंट्रलाइज्ड होती है और इन्टरनेट पर ही इसका क्रिएशन, इन्वेस्टमेंट और Transaction होता है.
- इसे कोई सिंगल परसन या कोई संस्था मॉनिटर नहीं करती इसका एक साथ कई जगहों पर अलग अलग काम होता है।
- सरकार या रिजर्ब बैंक को इसके बारे में नहीं पता की Cryptocurrency कैसे काम करती है इसकी वैल्यू कैसे घट या बढ़ रही है और एक्सचेंज कैसे हो रहा है.
- यह डिमांड और सप्लाई के ऊपर काम करती है यानी की मार्केट में जितना इसका डिमांड होगा इसका price उतना ही बढेगा, इसकी मार्केट में जितनी hype और पॉपुलरिटी होती है यह उतना ही बढ़ेगा जितना इसका डिमांड कम होगा इसका price उतना कम होगा।
क्रिप्टोकरेंसी कितने प्रकार की होती है? Types of Cryptocurrency in Hindi
क्रिप्टोकरेंसी कितने प्रकार की होती है देखा जाए तो जब से इन्टरनेट का बोलबाला बढ़ा है तब से आये दिन कोई न कोई currencies क्रिप्टो मार्केट में आती रहती है फिर भी क्रिप्टो करेंसी कितने प्रकार की होती है आइये जानते है.
वैसे तो क्रिप्टो मार्केट में बहुत सारे currencies है पर कुछ पॉपुलर currencies ये है जैसे-Bitcoin, Ethereum, Ripple, Bitcoin Cash, Dogecoin, Solana etc. क्रिप्टो मार्केट में डेली कोई न कोई करेंसी आती रहती हैं इसलिए इसका अंदाजा लगाना थोडा मुश्किल होता है की वर्तमान में कितनी cryptocurrency मौजूद है।
क्रिप्टोकरेंसी का फ्यूचर क्या है? Future of Cryptocurrency hindi
क्रिप्टोकरेंसी का फ्यूचर क्या है इसको इस बात से अंदाजा लगाया जा सकता है की 2010 में एक Bitcoin की कीमत लगभग 2-3 इंडियन रुपी के आस-पास थी और आज इसकी कीमत लगभग 30 लाख रूपए है।
फिर भी क्रिप्टोकरेंसी का फ्यूचर क्या है इसको लेकर अलग अलग देशों में अपवाद है क्योकि इससे मनी लांड्रिंग करने वाले, साइबर अपराधी और आतंकवादी क्रिप्टोकरेंसी को आसान मानते है चूंकि इसमें न तो किसी क्रेडिटकार्ड,डेबिडकार्ड या बैंक माध्यम नहीं होता है उदहारण के लिए आपने पिछले साल देखा होगा की पीएम मोदी का ट्विटर अकाउंट हैक हो गया था जिसके बदले में हैकर ने bitcoin की डिमांड की थी जो ली अपराध है।
इसलिए इंडिया के साथ कई और देशों में क्रिप्टोकरेंसी का फ्यूचर है इसका अंदाजा लगाना थोडा मुश्किल है क्योकि इंडिया में ही यह न तो बैध हुआ है और न ही अवैध।
अन्य पढ़िए- ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी होती है और यह कैसे काम करती है?
क्रिप्टोकरेंसी के फ़ायदे और नुकसान
क्रिप्टोकरेंसी के फ़ायदे क्या है? Advantage of Cryptocurrency
पैसों के बारे में क्रिप्टोकरेंसी के क्या फायदें है इसका अंदाजा आप bitcoin की कुछ साल पहले की कीमत और आज की कीमत से लगा सकते है फ़िलहाल आइये हम इसके कुछ एडवांस फ़ायदे के बारे में जानते है-
- क्रिप्टोकरेंसी में फ्रॉड होने के चांसेज कम होते है यह नार्मल डिजिटल पेमेंट से ज्यादा secure होता है।
- अगर हम दुसरे payment option की बात करें तो इसका पेमेंट फीस बहुत ही कम होता है।
- इसमें अलग अलग cryptography algorithm के कारण अकाउंट बुत ही secure हो जाते है।
- क्रिप्टो मार्केट 24 घंटे खुले रहते है आप यहाँ पर किसी भी समय ट्रेडिंग कर सकते है।
क्रिप्टोकरेंसी के नुकसान क्या है? Disadvantage of Cryptocurrency
- क्रिप्टोकरेंसी में सबसे बड़ा नुकसान तब होता है जब हमारा walled id गुम हो जाए या कोई कंपनी ब्लॉक कर देती है क्योंकि इसकी शिकायत हम किसी से भी नहीं कर सकते।
- क्रिप्टोकरेंसी का दूसरा नुकसान ये है की यह अभी इंडिया के साथ कई देशों में न तो लीगल हुआ है और न ही अनलीगल इसलिए कब इस पर बैन लग जाए इसका कुछ भी नहीं पता।
- क्रिप्टोकरेंसी का तीसरा नुकसान ये है की कभी गलती से या जानबूझ कर अगर आपसे transaction हो जाता है तो इसको वापस नहीं पाया जा सकता है क्योकि गवर्मेंट का इस पर कोई भी कण्ट्रोल नहीं है।
बिटकॉइन क्या है?( what is bitcoin)
जैसा की ऊपर मैंने बताया की क्रिप्टो करेंसी क्या है उसी तरह simple भाषा में बात करें तो Bitcoin दुनिया की पहली डिजिटल currency है क्रिप्टो मार्केट की शुरुआत इसी Coin से शुरू हुयी थी जो की डिजिटल दुनिया के लिए बनाई गयी थी।
इसकी मदद से हम किसी को भी आसानी से बिना किसी थर्ड पार्टी बैंक की मदद से पैसे भेज सकते है यह पैसों के लेनदेन का बहुत ही फ़ास्ट तरीका है।
यह सिर्फ दो लोगों के बीच की प्रक्रिया है इसमें तीसरे किसी भी ब्यक्ति जरुरत नहीं पड़ती इसके लेनदेन में पैसे कोड्स के रूप में एक स्थान से दुसरे स्थान पर डिजिटली भेजा या पाया जा सकता है।
इसकी शुरुआत जनवरी 2009 में ‘सतोशी नाकामोटो’ नाम के ब्यक्ति ने किया था लेकिन बाद में हुआ ये की उस ब्यक्ति का कुछ पता ही नहीं चला की ये ब्यक्ति कौन है और कहाँ रहता है यह जिंदा भी है या नहीं, 2009 में जब इसकी शुरुआत हुई थी तब इसकी कीमत थी 0 रूपया क्योंकि लोगों को इसके बारे में पता ही नहीं था धीरे धीरे जब इसका पता लोगों को चला तो लोग इसमें पैसा लगाना शुरू किये जिससे इसकी कीमत बढ़ती गई और आज इसकी कीमत लगभग 30 लाख रूपए के आसपास है।
क्रिप्टोकरेंसी क्यों बनाई गई?
क्रिप्टोकरेंसी क्यों बनाई गयी इसको जानने से पहले आपको ये जानना पड़ेगा कि ‘आवश्यकता ही अविष्कार की जननी है’,2008 में अमेरिका के अन्दर फाइनेंसियल क्रेसिस आया था जिसमें शेयर मार्केट में कई लोगों ने अपना पैसा गवां दिया था तब उस ब्यक्ति ने सोचा की यहाँ तो लोगों का पैसे का कण्ट्रोल अपने हाँथ में है ही नहीं, यह सोचकर उसने bitcoin का अबिष्कार किया धीरे धीरे जब इसकी पॉपुलरिटी और डिमांड बढ़ी वैसे वैसे मार्केट में और currencies आती गयी।
क्रिप्टो वॉलेट क्या है?(what is crypto wallet)
क्रिप्टो वॉलेट ऑनलाइन वॉलेट होता है जहाँ पर क्रिप्टो करेंसी स्टोर किया यानी की रखा जाता है यह और सभी एक्सचेंज की तुलना में ज्यादा सुरक्षित माना जाता है।
क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज क्या है?(What is cryptocurrency exchange)
क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज एक डिजिटल मार्केटप्लेस है, जहाँ आप क्रिप्टोकरेंसी को ख़रीद और बेंच सकते है इस प्लेटफ़ॉर्म की मदद से डिजिटल रुपया या डॉलर के बदले एक्सचेंज में क्रिप्टोकरेंसी के में ट्रेडिंग कर सकते हैं।
ये प्लेटफ़ॉर्म क्रेता और बिक्रेता के बीच इन्टरमिडियरी के रूप में काम करता है जिसमें कुछ transaction फ़ीस लगती है.एक निवेशक इसके माध्यम से क्रिप्टो को exchange करके बैंक अकाउंट में पैसों को विट्रोल कर सकते हैं। CoinDCX, CoinSwich Kuber जैसे बड़े क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज प्लेटफ़ॉर्म इसके उदाहरण जहाँ पर आप आसानी से क्रिप्टो मार्केट में ट्रेडिंग या इन्वेस्टिंग कर सकते हैं।
क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज कैसे काम करता है?
क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज क्रिप्टोकरेंसी के लेनदेन में एक ब्रोकरेज कंपनी की तरह काम करती है.इसके जरिये ख़रीदार कई तरीकों से पैसे जमा कर सकते हैं। जैसे सीधे बैंक से ट्रांसफर, यूपीआई, क्रेडिट या डेबिट कार्ड का इस्तेमाल करना आदि. इसकी सर्विसेज का इस्तेमाल करने के लिए हर ट्रांजैक्शन पर एक कमीशन या फीस तय की गई है.
जो पहली चीज खरीदार या निवेशक को करनी होती है, वह है कि सही ऑनलाइन एक्सचेंज को खोजना. इसके लिए प्लेटफॉर्म के इतिहास, विश्वसनीयता और यह ट्रेडिंग के लिए आपको क्या बेनेफिट्स देगा, ये शामिल हैं. इसके बाद आपको ट्रेडिंग अकाउंट खोलना होता है, जो बेहद आसान है.
आपको एक्सचेंज को चुनकर उसके ऐप को डाउनलोड करना और अकाउंट बनाना है. यह आपसे कुछ जानकारी जैसे ईमेल एड्रेस के लिए पूछेगा. फिर, उस ईमेल एड्रेस पर एक वेरिफिकेशन ईमेल भेजा जाएगा और केवाईसी डिटेल्स भी पूछी जा सकती हैं. अपनी ईमेल आईडी पर एड्रेस को वेरिफाई करें और केवाईसी की प्रक्रिया को पूरा कर लें. इसके बाद ऐप पर पासवर्ड लगाएं और आप क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करने के लिए तैयार हैं.
क्रिप्टो माइनिंग क्या है?(What Is Crypto Mining)
क्रिप्टो माइनिंग क्या है इसको सुनकर हम सभी के दिमाग में माइनिंग शब्द आ जाता है जिसे हीरे और कोयले या किसी और धातु की खुदाई से जोड़ते है पर क्रिप्टो माइनिंग या बिटकॉइन माइनिंग का मतलब puzzel को solve करके नई बिटकॉइन बनाना है.
चलिए थोड़ा आसान भाषा में जानते है की क्रिप्टो माइनिंग क्या है तो जिस तरह हम किसी को पैसे भेजने को लिए कोई ट्रांजेक्शन करते हैं तो वह पहले बैंक के पास जाती है और फिर बैंक उसे वैलिडेट करके आगे भेजता है। क्रिप्टोकरंसी के मामले में कॉइन भेजने वाले उसे रिसीव करने वाले के बीच में बैंक जैसा कुछ नहीं होता है, बल्कि सिर्फ कंप्यूटर्स होते हैं.
इन कंप्यूटर्स को कुछ लोग चलाते हैं, जिसके जरिए हर ट्रांजेक्शन वैलिडेट होती है। उनकी इस मेहनत के बदले उन्हें बिटकॉइन मिलते हैं। इसे ही बिटकॉइन माइनिंग कहते हैं। अन्य क्रिप्टोकरंसी में भी इसी तरह माइनिंग होती है।
क्रिप्टो माइनिंग फॉर्म क्या है?(What Is Crypto Mining Form)
अगर आप क्रिप्टो माइनिंग क्या है इसको समझ गए है तो क्रिप्टो माइनिंग फॉर्म क्या है आसानी से समझ आ जायेगा अगर बिल्कुल आसान और सरल भाषा में समझे की क्रिप्टो माइनिंग फॉर्म क्या है तो जैसे कोयले और हीरे की खदान यानी की फॉर्म होता है उसी तरह जहाँ पर क्रिप्टो माइनिंग होता है उसे ही क्रिप्टो माइनिंग फॉर्म कहते है।
क्रिप्टोनॉमिक्स क्या है? What is Cryptonomix In Hindi
क्रिप्टोनॉमिक्स क्या है? यदि सिंपल शब्दों में जानें तो यह ब्लॉकचेन के बढ़ते डिमांड को पूरा करने अपनी ब्लॉकचेन सेवा प्रदान करता है, हमारे इंजीनियरों ने बाजार पर सबसे उन्नत ब्लॉकचेन आर्किटेक्चर में से एक को डिजाइन और निर्मित किया है, जो प्रति सेकंड 100,000 से अधिक लेनदेन को संसाधित करने में सक्षम है और औसत पुष्टि समय 1 सेकंड से भी कम है.
जानियें मेटावर्स क्या है और इसका फ्यूचर क्या है?
Q.1 क्रिप्टोकरेंसी की शुरुआत कब हुई?
Q.2 क्रिप्टोकरेंसी किसने बनाया?
Q.3 क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज क्या है?
Q.4 क्रिप्टोकरेंसी किस टेक्नोलॉजी पर काम करती है?
Q.5 इंडिया की क्रिप्टोकरेंसी कौन सी है?
Q.6 क्या क्रिप्टोकरेंसी भारत में लीगल है?
Q.7 क्रिप्टो वॉलेट क्या है?
दोंस्तो,क्रिप्टोकरेंसी क्या है। क्रिप्टोकरेंसी के फायदें और नुकसान क्या है, को हमने जाना आशा करते है की आज के पोस्ट से आपको बहुत कुछ जानकारी मिली होगी ऐसे ही और जानकारी के लिए हमें फॉलो जरूर करिए।