NFT क्या है। NFT के फ़ायदे और नुकसान (NFT Explained In Hindi 2023), NFT की शुरुआत कब हुई?NFT कैसे काम करती है? NFT और क्रिप्टो करेंसी में क्या अंतर है? (What is the difference between NFT and Cryptocurrency), NFT की जरुरत क्यों है?
आजकल न्यूज़ और देश दुनिया में NFT क्या है। NFT के फ़ायदे और नुकसान क्या है इसकी ख़ूब चर्चाएं हो रही है, अगर भारत की बात की जाए तो यहाँ अमिताभ बच्चन के NFT कलेक्शन की ख़ूब चर्चा है उनके मधुशाला कलेक्शन की लगभग 7 करोड़ रूपए की बोली लगी है और वही पर रजनीकांत का NFT आ चुका हैं, यहाँ तक सनी लिओनी ने भी अपना NFT कलेक्शन लांच कर दिया है।elon musk अपना NFT लाने की तैयारी में है।
माइक विंकल नाम के एक ब्यक्ति ने जिन्हें बीपल के नाम से भी जाना जाता है उन्होंने अपना एक आर्ट nFT बनाकर 5 मिलियन डॉलर यानि करीब 500 करोड़ रूपए में बेंचा जिसे इंडियन ओरीजीन के बिजनेसमैन विग्नेस सुंदरेशन ने खरीदा।
वहीँ पर जैक ड़ोरेसी ने भी अपना एक ट्वीट करीब 2.5 मिलियन डॉलर यानी 18 करोड़ रूपए में NFT बनाकर बेंचा, उसके बाद म्यूजिसियन grimes ने भी अपने कुछ आर्ट्स 5 मिलियन डॉलर में बेंचे हैं और youtuber लोगन पॉल ने भी अपने कुछ आर्ट्स इसी तरह बेंचे है।इसी तरह ये लोग NFT के फॉर्म में अपना आर्ट्स बेंचकर करोड़ो रूपए कमाए है।
ऐसे में सवाल यह उठता है की ये NFT क्या हैं। क्या आप भी इससे पैसे कमा सकते हैं, आख़िर NFT का Future क्या है, NFT कैसे काम करती है, और NFT के फ़ायदे और नुकसान क्या है आइये इन सभी का उत्तर हम आगे जानते है।
NFT क्या है (What is NFTs in Hindi)
Table of Contents
NFT क्या है। इसका उत्तर इसके नाम में ही छुपा है, NFT का फुलफ़ोर्म होता है Non Fungible Token यानी की जिसे बदला न जा सके।
अगर सिम्पल भाषा में समझा जाए की NFT क्या है तो मान लीजिये की आपके पास कोई यूनिक डिजिटल एसेट्स है जैसे की कोई आर्ट, songs, वीडियो, मूवी क्लिप, पेंटिंग, गेम्स, बुक्स, ट्वीट, फ़ोटो जिसमें कुछ स्पेशल हो और केवल आपके पास ही हो यानी की इसके ओनर केवल आप है यानी की आपके पास एक यूनिक डिजिटल एसेट्स है जो और किसी के भी पास नहीं है।
मतलब वो दुनिया में एक ही हो उसको कोई Replace ही न कर पाए उदाहरण के तौर पर मान लीजिये की आपके पास 100 रुपये है और आपके किसी दोस्त के पास भी 100 रूपए है तो आप उसके नोट से अपने नोट को exchange कर सकते हैं क्योंकि इससे उस नोट के वैल्यू पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा जिससे यह प्रक्रिया fungible हो जाती है।
लेकिन अगर उसके नोट पर कोई Signature हुआ हो या कोई स्पेशल चीज जो उसे और नोटों से अलग बनाती हो तो वह 100 रूपए का नोट उसके अलावा और किसी के पास न होने से वह non fungible हो जाता है यानी की उसकी वैल्यू बढ़ गयी और अगर उस नोट पर कोई सेलिब्रटी या famous बंदा अपना ऑटोग्राफ दे दें तो उसकी वैल्यू और ज्यादा बढ़ जाती है, फिर उसे NFT बनाकर ऑनलाइन बेंचा जा सकता है, जो ख़रीदने वाले को ऑनलाइन token के रूप में मिलता है ।
अगर आपने यह जान लिया है की NFT क्या है। तो आइये अब जानते है की NFT कैसे काम करती है।
NFT कैसे काम करती है? How Works NFTs In Hindi
अब तक हमनें जाना की NFT क्या है। और NFT के फ़ायदे और नुकसान क्या है चलिए अब जानते है की NFT कैसे काम करती है तो फ़िलहाल NFT अपने इस काम के लिए ब्लॉकचैन के कितने प्रकार होते है?का इस्तेमाल करती है पार्टीकुलर एथेरियम टेक्नोलॉजी का।
Blockchain क्या है इसको आप सार्वजानिक खाता बही की तरह समझ सकते है जो लेनदेन का रिकॉर्ड रखता है।
यहाँ पर जब भी कोई एंट्री की जाती है तो वह नॉन इरेजिबल हो जाती है यानी उसे कोई भी नहीं हटा सकता, Blockchain को एक safe technology माना जा रहा है कई सारी banks भी इसे इस्तेमाल करने जा रही है।
अब जब भी कोई परसन यहाँ पर कोई आर्ट्स खरीदता है तो उसकी एंट्री लेज़र में लिखी जाती है इसी तरह वह परसन जब भी उस आर्ट्स को किसी और परसन को बेचेगा उसकी भी एंट्री वहां पर लिखी जाएगी जो की नॉन इरेजिबल है जिससे यहाँ पर सारी एंट्रीज का रिकॉर्ड रहता है और हमें पता चल जाता है किसी पार्टीकुलर आर्ट्स का ओनर कौन है।
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NFT के फ़ायदे और नुकसान
एनएफ़टी (NFT) के फ़ायदे और नुकसान कुछ इस प्रकार है.
NFT के फ़ायदे (advantage of NFTs)
Physical में हम देखते है की कोई भी पेंटिंग आर्ट्स या फ़ोटो एक बार सेल हो जाती है तो क्रिएटर को केवल एक बार ही उसका लाभ मिलता है लेकिन यहाँ पर अगर आप 10% royalty select करते है तो जितनी भी बार वह आर्ट्स बाद में बेंचा जायेगा उसकी 10% amount आपको मिलती जाएगी। उसका एक बेनिफिट है जो क्रिएटर के लिए बहुत ही फायदेमंद होता है।
इससे पहले डिजिटल आर्ट्स कॉपी किया जाता था जिससे पता ही नहीं चलता था की इसका रियल ओनर कौन है तो NFT की मदद से ये प्रॉब्लम भी सॉल्व हो जाएगी।
NFT का एक और फ़ायदा ये है की यहाँ पर इथेरियम blockchain technology use की जा रही है जहाँ पर लेज़र में सारी चीज़े रिकॉर्ड की जाती है जिससे सेफ्टी काफ़ी बढ़ जाती है।
NFT के नुकसान (disadvantage of NFTs)
NFT का सबसे बड़ा प्रॉब्लम फ़िलहाल ये है की कई सारे लोग किसी और का डिजिटल आर्ट्स चुराकर औए उसे अपना बताकर NFT प्लेटफार्म पर बेंच रहे है।
NFT की दूसरी प्रॉब्लम ये है की यहाँ पर ज्यादातर cryptocurrency में पेमेंट्स एक्सेप्ट हो रहा है और जहाँ तक cryptocurrency की बात है एलेक्ट्र्सिटी बहुत ज्यादा लगती है यहाँ पर क्लाइमेट चेंज की प्रॉब्लम भी नए नजर आ रहे है अगर NFT मार्केट ऐसे ही बढ़ता रहता है और केवल cryptocurrency में ही पेमेंट एक्सेप्ट करती है तो क्लाइमेट चेंज की ये प्रॉब्लम आगे चलकर और ज्यादा बढ़ सकती है।
NFT की जो तीसरी प्रॉब्लम है वो है जब आप कोई डिजिटल एसेट्स बेचते या खरीदते हो तो आपको ओनर के लिए थर्ड पार्टी प्लेटफार्म पर डिपेंड होना पड़ता है आपको इथेरियम blockchain technology और इन्टरनेट पर डिपेंड रहना पड़ता है।
NFT की शुरुआत कब हुई?
अगर बात किया जाए की NFT की शुरुआत कब हुई तो NFT दुनिया के सामने 2014 में आया जिसे भारतीय मूल के टेक Executive अनिल दस और अमेरिकी डिजिटल आर्टिस्ट केविन मैक्वाय पहली दफ़ा छापने वाले थे।
इसका न्यूयार्क में पहली बार लाइव डेमो दिखाया गया जिसमे केविन ने अनिल को एक विडियो क्लिप लगभग 4 डॉलर में बेंची।
NFT और क्रिप्टो करेंसी में क्या अंतर है? (What is the difference between NFT and Cryptocurrency)
NFT और क्रिप्टोकरेंसी में क्या अंतर है देखा जाए तो NFT भी क्रिप्टो करेंसी की तरह ब्लॉकचैन पर आधारित है पर क्रिप्टोकरेंसी Fungible होती है यानि क्रिप्टोकरेंसी को आपस में बदला जा सकता है.
जैसे की आपके पास एक बिटकॉइन है और अगले के पास भी एक बिटकॉइन है तो आप उसे आसानी से आपस में बदल सकते है जिसकी क़ीमत एक समान रहेगी.
या फिर आप उस कॉइन से कोई और कॉइन ख़रीद सकते है पर NFT को non fungible होने के कारण इसे आप इसे आपस में नहीं बदल सकते क्योंकि हर NFT की अलग-अलग वैल्यू होती है.
NFT की जरुरत क्यों है?
अगर आप जानना चाहते है की NFT की जरुरत क्यों है तो आपको ये तो पता ही होगा की अब तक हमें कुछ सेल करना होता था जैसे-आर्ट्स, पेंटिंग तो हम किसी मार्केट या मेले में जाकर बेंचते थे लेकिन आज के समय में जैसे हमें कोई प्रोडक्ट्स बेचना होता है तो हम अमेज़न फ़्लिपकार्ड या कोई और प्लेटफॉर्म पर बेंचते हैं.
उसी तरह ऑनलाइन किसी भी आर्ट्स या पेंटिंग या और कोई डिजिटल एसेट्स को हम NFT बनाकर ऑनलाइन बेंच सकते है अगर ऑफलाइन किसी आर्ट्स को हम मार्केट में बेंचते है तो उसकी बोली लगा कर बेंचा जाता है उसी तरह ऑनलाइन किसी भी आर्ट्स, पेंटिंग, ट्वीट, विडियो क्लिप को भी बेंचा जाता है.
जैसा की हम सभी जानते है की जब से lockdown लगा तब से हम सभी लगभग ऑनलाइन ही शौपिंग या ख़रीदारी करते आये है.अगर किसी को अपना कोई प्रोडक्ट्स सेल करना होता है तब भी वो ऑनलाइन ही सेल कर रहे है.
ऐसे में अगर हम ऑनलाइन अपने किसी भी डिजिटल एसेट्स को NFT बनाकर बेंचना चाहते है तो आराम से बेंच और ख़रीद सकते है.
NFTs से पैसे कैसे कमाएं? How to Earn Money from NFTs in Hindi
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Q. NFT full form क्या होता है?
Ans. NFT का फुल फॉर्म Non Fungible Token होता है
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Q. क्या NFT से पैसे कमाए जा सकते है?
Ans. जी हाँ, NFT से कई तरीकों से पैसे कमाए जा सकते है जैसे-रोयल्टी इनकम और टोकन बनाकर
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Q. NFT किस ब्लॉक चैन पर आधारित है?
Ans. NFT इथेरियम ब्लॉकचैन पर आधारित है
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Q. NFT की शुरुआत कब हुई?
Ans. NFT की शुरुआत 2014 में हुई
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Q. NFT और क्रिप्टोकरेंसी में क्या अंतर है?
Ans. NFT के non fungible होने के कारण इसे नहीं बदला जा सकता है पर क्रिप्टो करेंसी को fungible होने के कारण बदला जा सकता है