अडानी ग्रुप मामले में एक और बड़ा ख़ुलासा हुआ है, दरअसल जनवरी 2023 के अंत में अडानी इंटरप्राइजेज का FPO खुलने वाला था.

लेकिन उससे पहले अमेरिकी शार्ट सेलर हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट आ गयी, जिसमें अडानी ग्रुप पर स्टॉक हेराफेरी 

मनी लोंड्रिंग जैसे गंभीर आरोप लगे, इससे अडानी ग्रुप के शेयर्स के साथ इसके मार्केट कैप में भी गिरावट हुई.

बीते तीन महीनों में अडानी ग्रुप का मार्केट कैप 10 लाख करोड़ रूपए तक कम हो  चुका है साथ में अडानी ग्रुप के चेयरमैन

गौतम अडानी की नेटवर्थ में भी कमी हुई है, जनवरी में गौतम अडानी दुनियां के तीसरे सबसे अमीर आदमी हुआ करते थे 

लेकिन अब वे अमीरों की लिस्ट में 25वें स्थान पर हैं, ऐसे में बीते दिन अडानी ग्रुप को लेकर एक बड़ा अपडेट आया है.

दरअसल मार्केट रेगुलेटर सेबी ने ख़ुलासा करते हुए कहा की अडानी इंटरप्राइजेज का FPO इतने कठिन समय में भी 

पूरा सब्सक्राइब कैसे हुआ कहीं अडानी ने ही तो नहीं किया, इसको लेकर सेबी ने इन्वेस्टर और लगाये गए पैसों का ब्यौरा लिया जाएगा.