देश के बड़े उद्योगपतियों में शामिल गौतम अडानी जाँच को लेकर भारी मुसीबत में फंसे हैं, दरअसल 24 जनवरी को हिंडनबर्ग

रिसर्च की रिपोर्ट आने के बाद अडानी ग्रुप के शेयरों में गिरावट के साथ उनकी नेटवर्थ में भी गिरावट होने लगी, हिंडनबर्ग ने

अडानी ग्रुप के ऊपर स्टॉक मनीप्ल्युएसन, मनी लोंड्रिंग के गंभीर आरोप लगाये थे जिसके बाद अडानी की कंपनियों का मार्केट कैप लाखों करोड़ कम हो गया था.

साथ में विपक्ष के आरोपों के बाद अडानी ग्रुप पर सुप्रीम कोर्ट ने जाँच के आदेश दिए, सेबी भी अडानी ग्रुप की जाँच में लगी है. जिसमें

सेबी ने अडानी ग्रुप की जाँच के लिए 6 महीनें का समय माँगा था पर कोर्ट ने मना कर दिया. और 5 जुलाई तक जाँच की रिपोर्ट सौपने को कहा.

ऐसे में ख़बर है की अडानी ग्रुप की कंपनियों में निवेश करने वाले अमेरिकी निवेशकों से पूँछताछ चल रही है, जिसका असर अडानी ग्रुप

की कंपनियों के शेयर्स पर दिखी. अमेरिकी सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीसन ने अडानी ग्रुप के बड़े शेयरहोल्डरों से पूछा की क्या बातचित हुई.

जैसे ही अडानी ग्रुप के विदेशी निवेशकों से पूछताछ की ख़बर फ़ैली अडानी ग्रुप की कंपनियों के शेयर्स में गिरावट होने लगी.