हिंडनबर्ग के लगाये आरोपों के बाद अडानी ग्रुप की जाँच से मार्केट रेगुलेटर सेबी लग गया है. ऐसे में सेबी ने 

3 विदेशी कंपनियों के साथ अडानी ग्रुप द्वारा की गयी डील यानी लेनदेन से जुड़े उलंघन की जाँच कर रही है. गौतम अडानी के भाई

विनोद अडानी इन तीनों कंपनियों के मालिक है या फिर डायरेक्ट और इनडायरेक्टजुड़े हुए है, ऐसा रिपोर्ट का कहना है.

बड़ी न्यूज एजेंसी रायर्ड्स द्वारा सूत्रों से 1 अप्रैल को ख़बर आई की मार्केट रेगुलेटर सेबी यानि सेक्योरिटीज एक्सचेंज बोर्ड ऑफ़ इंडिया

डील से जुड़े सभी ट्रांजेक्सन. रिलेटेड पार्टी ट्रांजेक्सनसे जुड़े नियम उलंघन की जाँच में लग गया है. जिसके बाद अडानी की मुश्किलें बढ़ सकती है. 

फ़िलहाल आपकी जानकारी के लिए बता दें अडानी ग्रुप के ऊपर हिंडनबर्ग द्वारा मनी लोंड्रिंग, शेयर हेराफेरी के आरोपों के बाद

ग्रुप का मार्केट कैप 12 लाख करोड़ रूपए कम हो चुका है, साथ में अडानी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडानी की नेटवर्थ भी आधी से कम

से भी कम हो चुकी है, ऐसे में अडानी ग्रुप की विदेशों में सभी डील्स की जाँच हो रही है. अडानी की ख़बरें पढ़ने के लिए नीचे क्लिक करें