अडानी के पास 20 हजार करोड़ रूपए कहाँ से आये इसका ख़ुलासा खुद अडानी ग्रुप ने सोमवार 10 अप्रैल को किया है.
अडानी ग्रुप के लिए साल 2023 शुरुआत में ही चुनौतियों से भरा हुआ है, 24 जनवरी को हिंडनबर्ग के लगाये आरोपों ने
अडानी ग्रुप की हालत पस्त कर दी है, अडानी के ऊपर लगे आरोपों से यह मामला राजनीतिक रूप ले चुका है, दरअसल अडानी ग्रुप की
की कंपनियो में देश की बड़ी सरकारी इंश्योरेंस कंपनी LIC में 30 हजार करोड़ रूपए के क़रीब निवेश किया है साथ में SBI ने अडानी को
करोड़ो का लोन दिया है, चूंकि यह पब्लिक सेक्टर के संस्थान है इसलिए लोगों को उनके पैसे डूबने के डर को लेकर विपक्ष के राहुल गाँधी
सरकार और अडानी की नजदीकियों के लेकर जाँच की मांग की साथ में शेल कंपनियों से प्राप्त 20,000 करोड़ रूपए का हिसाब माँगा था जिसे अडानी ग्रुप ने दिया है.
ऐसे में अडानी ग्रुप का कहना है की अडानी ग्रीन एनर्जी की 20% हिस्सेदारी बेचकर 2021 में 2 बिलियन डॉलर और अडानी टोटल गैस की
37.4 फ़ीसदी की हिस्सेदारी बेचकर 783 मिलियन डॉलर का फंड जुटाया था, जिसे लोग शेल कंपनियों से प्राप्त बता रहे हैं फ़िलहाल
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