अमेरिकी शार्ट सेलर हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट के बाद अडानी ग्रुप की हालत पस्त हो चुकी है, जब से यह रिपोर्ट ज़ारी हुई है.
अडानी ग्रुप का मार्केट कैप 10 लाख करोड़ रूपए कम हो चुका है, जिससे अडानी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडानी की नेटवर्थ भी आधी से कम
कम हो चुकी है, हिंडनबर्ग ने अडानी ग्रुप पर एकाउंटिंग धोखाधड़ी और शेयरों की हेराफेरी का गंभीर आरोप लगा है.
ऐसे में मुश्किलों से घिरे अडानी ग्रुप पर और भी कई आरोप लगाये गए हैं लेकिन अडानी ग्रुप की कंपनियों के शेयर्स अब थोडा बहुत चढ़ता दिखाई दे रहा है.
अब ख़बर मिल रही है की अडानी की दो कंपनियों को स्टॉक एक्सचेंजों यानि की NSE और BSE ने ASM यानि एडिसनल सर्विलाइंस मेजर्स
फ्रेमवर्क के पहले स्टेज में डाल दिया है, स्टॉक एक्सचेंजों के अनुसार 18 मार्च से अडानी ग्रीन एनर्जी और NDTV को लॉन्ग टर्म ASM
फ्रेमवर्क के पहले स्टेज में डाल दिया जायेगा, जो की अभी तक दुसरे स्टेज में थे, आपकी जानकारी के लिए बता दें की लॉन्ग टर्म ASM में
स्टॉक मार्केट सेबी और एक्सचेंज BSE और NSE स्टॉक की निगरानी करते हैं. ख़ासकर जब स्टॉक मनीप्ल्युएसन का मामला होता है.
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