दोस्तों जैसा की हम सभी जानते है की पिछलें कुछ सालों में क्रिप्टोकरेंसी बहुत ही ज्यादा पॉपुलर हो चुकी है, ऐसे में लोगों की दिलचस्वी

क्रिप्टोकरेंसी और इससे रिलेटेड सभी इनफार्मेशन को जानने में काफ़ी बढ़ी है, इसी कड़ी में ICO का नाम भी आता है आइये इसके बारें में जानते है..

अगर इसको सिंपल भाषा में समझा जाए तो जैसे शेयर मार्केट में IPO होता है उसी तरह क्रिप्टो मार्केट में  ICO होता है.

यानि की जब भी कोई Coin पहली बार क्रिप्टो मार्केट में Public के लिए list होती है तो वह ICO कहलाती है. यानी की जब भी

क्रिप्टो की दुनियां में कोई कंपनी किसी Project पर काम करती है तो Company को Funding की ज़रूरत होती है तब कंपनी Crowd Funding के ज़रिये

अपनें Shares की जगह टोकंस को ICO के माध्यम से Investors को उपलब्ध कराती है जिससे Investors अलग अलग Currency द्वारा ICO में Invest करते है.

जानियें क्रिप्टो मार्केट के ICO और शेयर मार्केट के IPO में क्या अंतर है और इसके फ़ायदे और नुकसान क्या है.

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