दुनियां के तीसरे सबसे अमीर आदमी गौतम अडानी अगर डूब जाते हैं यानि अगर यह भी देश के अगले विजय माल्या या नीरव मोदी

बन जाते हैं तो भारत की अर्थव्यवस्था पर क्या असर पड़ेगा, इसको जानने से पहले हमें सबसे पहले अडानी की जर्नी के बारे में जानना होगा.

दरअसल अडानी की जर्नी शुरू होती है 1978 से जब वह केवल 16 साल के थे, और मुंबई में हीरे का काम करना शुरू किया.

उसके बाद 1981 में गुजरात वापस आकर भाई के प्लास्टिक फैक्ट्री में काम शुरू किया, उसके बाद 1988 में अडानी एंटरप्राइजेज 

की स्थापना करी, उसके बाद उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा, अब मार्च 2020 में अडानी की नेटवर्थ 6.6 बिलियन डॉलर के क़रीब थी,

जो की महज एक ही साल में 9% बढ़कर 54 बिलियन डॉलर हो गयी, उसके बाद अप्रैल 2022 में अडानी की संपत्ति 120 बिलियन डॉलर हो गयी.

फिर सितम्बर 2022 आते आते गौतम अडानी दुनियां से तीसरे सबसे अमीर आदमी बन गए. ऐसे में महज 2.5 साल में कर्ज लेकर अडानी ने जिस तरह से

अपने बिज़नेस का विस्तार किया है, अगर यह डूबे तो इंडिया में बहुत बड़ा फाइनेंसियल क्राइसिस आएगा. जिससे अडानी के साथ बहुत लोग और इंडस्ट्रीज बर्बाद हो जायेंगे.

हालाँकि इस विषय पर जब एक इंटरव्यू में अडानी से सवाल पूछा गया तो उसने कहा की ऐसा कभी नहीं होगा, क्योंकि हमारी संपत्ति कर्ज से कहीं अधिक है.