जी हां दोस्तों आने वाले समय में 9 महीनें के अन्दर भारत को 21 लाख करोड़ रूपए का विदेशी कर्ज लौटाना होगा,
भारत के ऊपर अब तक टोटल एक्सटर्नल विदेशी कर्ज 50 लाख करोड़ रूपए है जो 612 बिलियन डॉलर के क़रीब होते है.
जिसमें से भारत को विदेशों के 21 लाख करोड़ रूपए यानि 267 बिलियन डॉलर केवल 9 महीनें के अन्दर लौटनें होंगे.
इसी को देखते हुए विदेशी निवेशक भारत से अपना पैसा निकाल रहे है, जिससे रुपया डॉलर में ज्यादा एक्सचेंज हो रहा है.
इसलिए रुपया डॉलर के मुकाबले ज्यादा गिर रहा है, और जैसा की हम सभी को पता है की डॉलर के मुकाबले जब भी रुपया गिरता है.
तब महंगाई ज्यादा बढ़ती है ऐसे में आने वाले समय में महंगाई और भी ज्यादा बढ़ सकती है, जिसमें सभी सेक्टर्स प्रभावित हो सकते हैं
आरबीआई की रिपोर्ट के अनुसार 2013 तक भारत के ऊपर लगभग 388 बिलियन डॉलर का कर्ज था जो बढ़कर अब तक 600 बिलियन डॉलर के ऊपर पहुँच चुका है.