अडानी ग्रुप को लेकर एक और बड़ा ख़ुलासा हुआ है, दरअसल 24 जनवरी को आई हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के बाद अडानी ग्रुप

पर एकाउंटिंग फ्रॉड, मनी लोंड्रिंग के साथ शेयरों की हेराफेरी के गंभीर आरोप लगाये गए जिसके बाद अडानी ग्रुप का 

मार्केट कैप 12 लाख करोड़ रूपए से भी अधिक कम हो चुका है, इससे अडानी की नेटवर्थ में भी कमी आई है, रिपोर्ट के बाद

अडानी की नेटवर्थ क़रीब 10 बिलियन डॉलर तक कम हो चुकी है, साथ में अडानी ग्रुप की सभी कंपनियों के शेयर्स 70 फ़ीसदी

तक कम हो चुकी है फ़िलहाल अडानी ग्रुप और हिंडनबर्ग के मामले को लेकर कोर्ट से लेकर मार्केट रेगुलेटर सेबी जाँच में लगी है लेकिन

इस बीच दिग्गज निवेशक मार्क मोबियस का एक बयान सामने आया है जिसमें उन्होंने बताया है की अडानी ग्रुप को लेकर आई हिंडनबर्ग

की रिपोर्ट ने हद से ज्यादा अडानी ग्रुप को लेकर बताया है क्योंकि इससे पहले  भी लोगों को पता था की अडानी के शेयर 

ओवरवैल्यूड है साथ में यह सभी को मालूम है की अडानी ग्रुप के ऊपर कितना अधिक कर्ज है. अडानी की खबरें पढ़ने के लिए