Post Office Scheme: पोस्ट ऑफिस की स्कीम में हर वह इंसान निवेश करना चाहता है, जो बिना किसी रिस्क के अपने पैसे को एक अच्छी जगह निवेश करना चाहता है, क्योंकि पोस्ट ऑफिस में निवेश सबसे ज्यादा भरोसे मंद साबित होता है, सरकारी संपत्ति पोस्ट ऑफिस की स्कीम में निवेश करने पर भले ही और निवेश की तुलना में थोडा कम रिटर्न मिले पर भरोसे में इसकी तुलना में कोई भी संस्थान नहीं है, ऐसे में पोस्ट ऑफिस की ऐसी कई स्कीमें है जिसमें कुछ सालों के लिए निवेश करके अच्छा ब्याज कमाया जा सकता है.
पोस्ट ऑफिस वर्षों से अपने निवेशकों को बेहतर रिटर्न देता आया है, चाहे फिर बाजार में मंदी हो या फिर तेज़ी लेकिन, पोस्ट ऑफिस ने अपने किसी भी निवेशक को निराश नहीं किया है, आइये जानतें है उस स्कीम के बारें में जिसके ब्याज दरों में इजाफ़ा हुआ है, और यह इसमें निवेश करने के कितने सालों में पैसा दोगुना होगा.
नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट स्कीम में बढ़ी ब्याज दरें
नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट(National Saving Certificate) एक स्माल सेविंग स्कीम है, जिसकी ब्याज दरों को सरकार ने बढ़ा दिया है, यानि की नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट में निवेश करने वाले निवेशकों के लिए सरकार ने मिलने वाली ब्याज दरों में इजाफ़ा करते हुए 6.8 फ़ीसदी की जगह पर 7 फ़ीसदी की सालाना ब्याज दर कर दी है. ऐसे में देश के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी भी अधिकतर स्माल सेविंग स्कीम पर ही भरोसा करते हैं क्योंकि इस पर रिटर्न बिना किसी रिस्क के मिलते है, इसलिए सरकार ने इस स्कीम की ब्याज दरों में बढ़ोत्तरी की है.
पोस्ट ऑफिस की इस स्कीम में ब्याज दरों में बढ़ोत्तरी सरकार ने 1 जनवरी 2023 से मार्च 2023 तक मिलने वाले 6.8 फ़ीसदी ब्याज दर को बढ़ाते हुए 7 फ़ीसदी कर दिया है. इस स्कीम में निवेश की शुरुआत कम से कम 1000 रूपए से शुरू कर सकते हैं, और अधिकतम कितना भी निवेश कर सकते है. फिर एक अवधि के बाद 7 फ़ीसदी की सालाना ब्याज दर से लाभ उठा सकते हैं.
कितने सालों के लिए करना होगा निवेश?
नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट(National Saving Certificate) की इस स्कीम में 5 सालों का मैच्योरिटी पीरियड होता है, जिसमें आप 1000 रूपए से निवेश की शुरुआत कर सकते हैं, उसके बाद अपनी क्षमता के मुताबिक कम या अधिक पैसों का भी निवेश कर सकते हैं. यानि इसकी कोई भी सीमा नहीं है आप जितना चाहे उतना राशि निवेश कर सकते है, जिसमें आपको सेक्शन 80सी के तहत् क़रीब 1.5 लाख के निवेश पर टैक्स से छूट भी मिलेगी.
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3 प्रकार की होती है नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट
अब जब नए निवेशक पोस्ट ऑफिस की इस स्कीम यानि नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट में निवेश करने जाते हैं तो उसके सामनें 3 प्रकार की नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट स्कीम का सामना करना पड़ता है और उन्हें समझ नहीं आता की कौन उके लिए है और कौन नाबलिकों के लिए, आईये जानतें है नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट के 3 प्रकार क्या है?
- सिंगल टाइप सर्टिफिकेट: इस प्रकार का सर्टिफिकेट प्रायः स्वयं के लिए या फिर किसी नाबालिक के लिए लिया जाता है.
- जॉइंट A टाइप सर्टिफिकेट: इस प्रकार के सर्टिफिकेट उन लोगों के लिए होता है जो एक साथ मिलकर 2 लोग जॉइंट में निवेश करते हैं.
- जॉइंट B टाइप सर्टिफिकेट: इस प्रकार के सर्टिफिकेट में 2 लोग जॉइंट में निवेश करते हैं, लेकिन उसकी मैच्योरिटी उनमे से केवल एक ही इंसान को दी जाती है.
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