फिक्स्ड डिपॉजिट: अपने भविष्य की चिंता भला कौन नहीं करता, ऐसे में धन ही है जो भविष्य को सुरक्षित करता है इसलिए पोस्ट ऑफिस से लेकर सरकारी और गैर सरकारी संस्थानों में ऐसी कई स्कीमें निकलती रहती हैं जहाँ पर बिना किसी रिस्क के धन निवेश करके आने वाले कुछ सालों में एक बेहतर रिटर्न की उम्मीद की जाती है.
एक आम आदमी अपनी कमाई से ख़र्च करने के बाद जो भी पैसा बचता है, तो वह लोग बचे पैसों को अक्सर फिक्स्ड डिपॉजिट करवा लेते है, अब FD (Fixed Deposit) में जमा करना लोगों को बहुत ही ज्यादा सुरक्षित महसूस होता है, और बिना किसी रिस्क के कुछ सालों बाद अच्छा रिटर्न मिल जाता है, यानी जो भी व्यक्ति शेयर मार्केट, म्यूच्यूअल फंड जैसे रिस्की टास्क में निवेश नहीं करना चाहते, उनके लिए फिक्स्ड डिपॉजिट एक अच्छा विकल्प है.
ऐसे में अगर आप भी FD(Fixed Deposit) को जानने के इच्छुक हैं तो यह आर्टिकल आपको बहुत ही ज्यादा हेल्प कर सकता है, यह जानने में की फिक्स्ड डिपॉजिट क्या है? फिक्स्ड डिपॉजिट कैसे काम करता है? What’s Fixed Deposit in Hindi, पूरे आर्टिकल को पढने के बाद आपको Fixed Deposit के बारें में सारी चीजें आसानी से समझ आ जायेंगी, क्योंकि इस आर्टिकल में फिक्स्ड डिपॉजिट बहुत ही सरल शब्दों में समझाया गया है. तो देर किस बात की आईये जानते है Fixed Deposit क्या है?
Fixed Deposit(FD) Meaning in Hindi
FD यानि Fixed Deposit में आप सरकारी और गैर सरकारी संस्थानों के साथ बैंक, डाकघर की स्कीम के अनुसार एक निश्चित समय अवधि के लिए एक निश्चित ब्याज दर पर अपने बैंक खाते में पैसे जमा करते हैं, तो वह एफ़डी के माध्यम से उस समय अवधि के पूरे होने के बाद आपको चक्रवृद्धि ब्याज के साथ रिटर्न मिलता है.
फिक्स्ड डिपॉजिट क्या है? What’s Fixed Deposit in Hindi
फिक्स्ड डिपॉजिट क्या है? फिक्स्ड डिपॉजिट जिसे आमतौर पर एफडी के रूप में जाना जाता है इसे हिंदी में सावधि जमा करते हैं. यह एक प्रकार से सुरक्षित निवेश करने का विकल्प है जिसके माध्यम से लोग अपने बचत खातों की तुलना में FD में निवेश करके बचत खातों से कुछ अधिक ही ब्याज प्राप्त करते है, एफ़डी में निवेश बहुत ही ज्यादा सुरक्षित निवेश माना जाता है, क्योंकि एफ़डी की सेवाएँ डाकघर, बैंक, सरकारी और गैर सरकारी संस्थाएं भी प्रदान करती है.
एफ़डी के माध्यम से एक निश्चित समायावधि में एक निर्धारित ब्याज दर प्राप्त कर सकते है, FD की ख़ास बात यह होती है की आवश्यकता पड़ने पर कभी भी पैसें निकाल सकते हैं. ऐसे में अलग-अलग सरकारी और गैर सरकारी संस्थानों, बैंक्स और डाकघर में एफ़डी की स्कीमों में अलग-अलग ब्याज दरें होती है, एफ़डी में निवेशक अधिकतम 10 साल के लिए निवेश कर सकता है.
फिक्स्ड डिपॉजिट कैसे काम करता है? How does Fixed Deposit work?
Fixed Deposit(FD) में 7 दिन से 10 साल तक अपने बैंक या संस्थान की स्कीम के अनुसार जमा की गयी राशि को एक निश्चित ब्याज दर पर रिटर्न मिलता है, जो की उस बैंक या संस्थान से निर्धारित होता है जहाँ पर आप निवेश करना चाहते है, या फिर जिस बैंक में आपका खाता है. हालाँकि कुछ बैंक ऐसी भी सुविधा देती हैं जहाँ पर आप समय से पहले अपने पैसों को निकाल सकते हैं लेकिन इससे मिलने वाले ब्याज दरों में भी कमी होती है.
एफ़डी, भारत में सबसे अधिक उपयोग किए जाने वाले निवेश विकल्पों में से एक है. कई अन्य निवेशों की तुलना में एफ़डी की लोकप्रियता के प्रमुख कारणों में से एक यह है कि यह निवेशकों को गारंटीकृत रिटर्न प्रदान करता है. एफडी के बदले ऋण और यहां तक कि टैक्स बचत निवेश के रूप में उपयोग किए जाने का विकल्प भी है.
यह भी पढ़ें: शेयर मार्केट और म्यूच्यूअल फंड में क्या अंतर है?
फिक्स्ड डिपॉजिट कितने प्रकार के होते है? Types of Fixed Deposit in Hindi
किसी भी बैंक या संस्थान में एफ़डी करवाने से पहले आपको यह पता होना चाहिए एफ़डी कितने प्रकार के होते है? तो देर न करते हुए आइये जानते हैं की Fixed Deposit के कितने प्रकार के होते है?
मानक सावधि जमा (Standard Fixed Deposit)
एक मानक सावधि जमा के यानि इस्टैंडर्ड एफ़डी लिए एक व्यक्ति को पूर्व निर्धारित ब्याज दर पर एक निश्चित अवधि के लिए अपना पैसा निवेश करने की आवश्यकता होती है, इस्टैंडर्ड एफ़डी की समय अवधि 7 दिनों से 10 वर्ष के बीच भिन्न होती है. सेकहोल्डर्स द्वारा चुना गया यह सबसे लोकप्रिय एफडी विकल्प है.
विशेष सावधि जमा (Special Fixed Deposit)
विशेष सावधि जमा ‘स्पेशल’ हैं क्योंकि वे आमतौर पर एक विशेष समय अवधि (स्पेशल एफ़डी) के लिए पेश किए जाते हैं. एक विशेष समय अवधि 290 दिनों और 390 दिनों के बीच हो सकती है. विशेष एफडी उच्च ब्याज दर प्रदान करते हैं और विभिन्न सेकहोल्डर्स के बीच एक लोकप्रिय विकल्प हैं.
टैक्स सेविंग सावधि जमा (Tax Saving Fixed Deposit)
स्टैंडर्ड फिक्स्ड डिपॉजिट के विपरीत, टैक्स सेविंग फिक्स्ड डिपॉजिट को 5 साल से कम अवधि के लिए बुक नहीं किया जा सकता , निवेश की गई राशि आयकर 1961 की धारा 80सी के तहत टैक्स से मुक्त है, लेकिन एफडी से उत्पन्न ब्याज टैक्स योग्य है.
फ्लोटिंग सावधि जमा (Floating Fixed Deposit)
फ्लोटिंग सावधि जमा में, दर तिमाही या वार्षिक रूप से बदलती है और इस बदलती ब्याज दर का लाभ आप उठा सकते हैं,
ब्याज दर में परिवर्तन भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के दिशानिर्देशों द्वारा निर्धारित किया जाता है.
सीनियर सिटिजन फिक्स्ड डिपॉजिट क्या है?
सीनियर सिटिजन फिक्स्ड डिपॉजिट (एफ़डी), मुख्यतः 60 वर्ष से अधिक आयु के लोगों के लिए होती है, इस योजना की मुख्य बात यह है की अन्य एफ़डी की तुलना में यह अधिक ब्याज दर प्रदान करता है. इस प्रकार के एफ़डी से बुजुर्ग लोगों की आवश्यकताओं की पूर्ती होती है.
फिक्स्ड डिपॉजिट के फ़ायदे (Benefits of Fixed Deposit)
फिक्स्ड डिपॉजिट के फ़ायदे कुछ इस प्रकार है.
सुनिश्चित रिटर्न: Fixed Deposit (FD) में निवेश करने का सबसे बड़ा लाभ है यह है की एक निश्चित समय के बाद सुनिश्चित रिटर्न देता है. एफ़डी में निवेश करना अन्य सभी निवेशों से बहुत कम जोख़िम होता है. इसलिए एफ़डी में निवेश बहुत ही सुरक्षित माना जाता है.
खाता खोलने में आसानी: एफ़डी में खाता खोलना बिल्कुल आसान है, बस कुछ ही मिनटों में ऑनलाइन या फिर ऑफलाइन खाता खोल सकते हैं, जिसके लिए बैंक की ऑनलाइन पोर्टल साइड पर जा सकते है. अथवा बैंक में जाकर अधिकारियों से बात करके एफ़डी खाता खुलवा सकते है.
टैक्स में लाभ: आप 1,50,000 रुपये तक की राशि के लिए भारत के आयकर अधिनियम 1961 की धारा 80C के तहत कर छूट का दावा कर सकते हैं.
एक साथ कई खातें: एक समय में आप एक से अधिक एफ़डी खातें रख सकते हैं, जब भी आपको कोई और एफ़डी खाता खोलना हो तो कई खाते खुल सकते है.
फिक्स्ड डिपॉजिट के लिए पात्रता
एफ़डी के लिए नीचे दिए सभी पात्र हैं.
- भारतीय निवासी
- एनआरआई
- नाबालिगों
- वरिष्ठ नागरिक
- साझेदारी फर्में
- कंपनियों
- सोसायटी और क्लब
- एकल स्वामित्व
- व्यक्ति या संयुक्त निवेशक
ये भी पढ़ें: म्यूच्यूअल फंड क्या है?
Fixed Deposit के लिए जरूरी दस्तावेज
- ID कार्ड
- एड्रैस प्रूफ
- पासपोर्ट
- वोटर ID
- ड्राइविंग लाइसेंस
- पैन कार्ड
- बिजली का बिल इत्यादि
इसी तरह की और जानकारियों के लिए फाइनेंसियल संगम को फॉलो करें, और जानकारियों के अपडेट के लिए टेलीग्राम चैनल को जॉइन करें.