(PoW) Proof of Work क्या है। What’s Proof of Work in Hindi 2023

(PoW) Proof of Work क्या है। What’s Proof of Work in Hindi 2023। PoW क्या है? Proof of Work Mechanism क्या है? Proof of Work कैसे काम करता है? How PoW Works Hindi। Proof of Work का इतिहास क्या है? History of Proof of Work in Hindi। Proof of Work (PoW) के फ़ायदे और नुकसान

नमस्कार दोस्तों स्वागत है आपका, एक और नए लेख में जहां हम जाननें वाले हैं क्रिप्टो की दुनियां में (PoW) Proof of Work क्या है। Whats Proof of Work in Hindi 2023, अगर आप क्रिप्टो की दुनियां में Proof of Work क्या है जानना चाहते हैं तो इस लेख को ध्यान से और पूरा पढ़ें, क्योंकि क्रिप्टो की दुनियां में हर दिन कोई न कोई नई टेक्नोलॉजी आती रहती, इसलिए क्रिप्टो को गहराई से समझना थोडा जटिल हो जाता है इसलिए इसे आसान भाषा में समझनें और नए अपडेट के लिए हमारे इस साइट को विजिट करतें रहें.

दोस्तों क्रिप्टोकरेंसी के बारें में लगभग हम सभी जानते हैं की कैसे यह कम समय में ज्यादा पॉपुलर हो चुकी है, मात्र कुछ सालों में ही क्रिप्टो की दुनियां बहुत बड़ी हो चुकी है, समय रहते इसमें निवेश करनें वाले आज मिलिनियर बन चुके हैं.

ऐसे में पिछले कुछ सालों में क्रिप्टोकरेंसी के बारे में जानने और समझनें की जिज्ञासा हर किसी को है, ऐसे में आपको बता दें की  क्रिप्टोकरेंसी किसी न किसी Consensus Mechanism पर काम करती है जिनमें से सबसे मशहूर है Proof of Work और Proof of Stake, लेकिन आज के इस लेख में हम जानेंगे Proof of Work क्या होता है?

(PoW) Proof of Work क्या है। What’s Proof of Work in Hindi 2022

तो चलिए आगे बढतें है और जानतें हैं की Proof of Work in Hindi क्या है और इसके फ़ायदे और नुकसान क्या है?

Proof of Work क्या है? What’s Proof of Work in Hindi

Proof of Work क्या है? Proof of Work एक क्रिप्टो Consensus Mechanism है जो Miners को ब्लॉकचेन में नए ब्लॉक को Transactions Verify करके जोडनें देता है, Proof of Work Mechanism का इस्तेमाल Bitcoin, Litecoin, Dogecoin, Bitcoin Cash जैसे कई फ़ेमस क्रिप्टो द्वारा किया जाता है. Consensus Mechanism का मतलब है एक कंप्यूटर नेटवर्क में किसी भी चीज़ के लिए हर एक कंप्यूटर, हर एक Node का सहमत होना.

What’s Proof of Work in Hindi

What’s Proof of Work in Hindi? Proof of Work (PoW) एक Decentralized Consensus Mechanism है जिसमें एक नेटवर्क में शामिल सभी मेम्बर्स को किसी सिस्टम को गेमिंग से रोकनें के लिए एक जटिल Puzzle को Solve करनें के लिए बहुत ही ज्यादा Effort की ज़रूरत होती है, ऐसे में क्रिप्टोकरेंसी माइनिंग, टोकन माइनिंग और किसी Transaction को Validate करने के लिए Proof of Work की ज़रूरत होती है.

(PoW) Proof of Work क्या है। What’s Proof of Work in Hindi के बाद आइये हम जानते हैं की proof of work कैसे काम करता है?

Proof of Work कैसे काम करता है? How PoW Works Hindi

Proof of Work कैसे काम करता है? How PoW Works Hindi आइये एक बिटकॉइन के Transaction के example से समझते हैं-

मान लीजिये कोई A नाम का बंदा B नाम के बन्दे के पास कुछ बिटकॉइन भेजता है, अब जैसा की हम सभी को पता है की बिटकॉइन decentralized currency है, ऐसे में यहाँ पर न तो किसी बैंक की मध्यस्थता है और न ही किसी Central authority की यानि A और B के बीच कोई भी थर्ड पर्सन इन्वॉल्व नहीं है.

अतः ऐसे में हो सकता है की A जो भी ट्रांजेक्सन कर रहा है वह Fake हो या फिर ग़लत तरीक़े से प्रोसेस किया जा रहा हो.

जैसे मान लीजिए A ने B को पांच बिटकॉइन Send किया पर A के पास पांच बिटकॉइन है ही नहीं, बल्कि पांच बिटकॉइन से कम है, या फिर ऐसा भी हो सकता है की A के पास पांच बिटकॉइन है लेकिन वह B और C दोनों को पांच-पांच बिटकॉइन Send कर दिया.

अब यह एक Fake Transaction हो गया, ऐसे में इन ट्रांजेक्संस को सही तरीक़े से वेरीफाई करनें करनें की ज़रूरत होती है, जो की Miners द्वारा किया जाता है.

Proof of Work में नए Coins इन्ही Miners के Through मार्केट में आते हैं, जब ये Miners Transaction Verify करके ब्लॉक को ब्लॉकचैन में ऐड करते हैं तो इन्हें रिवॉर्ड के तौर पर कुछ कॉइन्स मिलता है, फिर यह कॉइन सर्कुलेशन में आ जाते है, ऐसे में इस प्रोसेस को माइनिंग कहते है, और इस Transactions को वेरीफाई करने वालों को Miners कहते हैं.

अब यह Miners कोई भी हो सकता है जो उस बिटकॉइन नेटवर्क का हिस्सा हो, जिनका काम यह होता है की वो वेरीफाई करें की जो transactions हो रही है वह सही परफॉर्म हो रही है या नहीं, और इसी वेरिफिकेशन को Transaction Validation कहा जाता है.

PoW Mechanism में transaction को validate करनें के लिए एक कॉम्पलिकेटेड Mathematical Puzzle को solve करना पड़ता है, यह मैथमेटिकल Puzzle इतना कठिन होता है की इसके लिए बड़े-बड़े कंप्यूटर, ग्राफ़िक कार्ड की ज़रूरत पड़ती है, यानि कम्प्यूटेशनल पावर्स की ज़रूरत होती है, जिसे solve करनें के लिए बहुत से Miners अपनें कम्प्यूटेशनल पॉवर के साथ आपस में कॉम्पीट करते है, जिसमें से कोई एक ही Miners जीत कर ब्लॉक को ब्लॉकचेन में add कर पाता है, और ऐसा करनें वाले को क्रिप्टोकरेंसी रिवॉर्ड के रूप में मिलता है.

अब तक हमनें जाना (PoW) Proof of Work क्या है। What’s Proof of Work in Hindi 2022, इसके बारें में और डिटेल्स जानने के लिए कृपया आगे पढ़ते रहें.

Proof of Work का इतिहास क्या है? History of Proof of Work in Hindi

Proof of Work (PoW) Consensus Mechanism बहुत ही ज्यादा पुराना है पर सबसे ज्यादा पॉपुलर भी है, ऐसे में Proof of Work का इतिहास देखा जाए तो इस आईडिया को पहली बार Moni Naor और Cynthia Dowrk ने फ्रॉड को रोकनें के लिए Algorithms के Potential को देखते हुए एक आर्टिकल 1993 में पब्लिश किया था.

बाद में, Satoshi Nakamoto ने 2008 में बिटकॉइन पर Whitepaper में इस Algorithm को include किया, PoW ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी के Significant में एक महत्वपूर्ण रोल अदा करता है.

यह भी पढ़ें-

Proof of Work (PoW) के फ़ायदे और नुकसान

PoW (Proof of Work) फ़ायदे और नुकसान क्या है आइये डिटेल्स में जानतें है.

Proof of Work के फ़ायदे (Advantage of Proof of Work in Hindi)

PoW के फ़ायदे निम्नलिखित है.

  • Security: Proof of Work में बड़ी मात्रा में Hash होने की वजह से क्रिप्टोकरेंसी में 51% अटैक की संभावनाएं नहीं रह जाती है.
  • Rewards Miners: PoW, Miners को Blockchain Transactions को Validate करने के लिए रिवार्ड्स कमानें का मौका देता है, जो लोगों को Block को Validate करने और चीजों को सुचारू रूप से चलाने में मदद करनें के लिए प्रोत्साहन प्रदान करता है.

Proof of Work के नुकसान (Disadvantage of Proof of Work in Hindi)

  • Barriers To Entry: इन दिनों, ग्लोबल माइनिंग ऑपरेशन बिटकॉइन और इथेरियम जैसे क्रिप्टोकरेंसी के लिए Hash Rate बहुत ही ज्यादा command देते है, जिससे एक नए Miners के लिए माइनिंग की शुरुआत करना हार्डवेयर और विजली की कॉस्ट बहुत ही ज्यादा महँगी पड़ता है.
  • Energy Consumption: क्रिप्टोकरेंसी माइनिंग से अक्सर Environmental Impact होता है इसलिए इसे Criticized किया जाता है.
  • Verification Times: PoW के साथ ब्लॉक को वेरीफाई करनें में बिटकॉइन के लिए बस कुछ ही मिनट लगते है, इसका मतलब है की बिटकॉइन जैसी क्रिप्टोकरेंसी वैल्यू के स्टोर के रूप में ज्यादा काम करती है, और कई Speedy Transactions करने के लिए उतनी Useful नहीं है.

निष्कर्ष (Conclusion)

क्रिप्टोकरेंसी की दुनियां बड़ी ही विचित्र और इंट्रेस्टिंग है, यहाँ पर हर दिन कुछ नई चीज देखनें और सुनने को मिलती रहती है, उसी में से एक है (PoW) Proof of Work, तो दोस्तों आज हमनें (PoW) Proof of Work क्या है। What’s Proof of Work in Hindi 2022। PoW क्या है? Proof of Work कैसे काम करता है? How PoW Works Hindi। Proof of Work का इतिहास क्या है? History of Proof of Work in Hindi। Proof of Work (PoW) के फ़ायदे और नुकसान क्या है? को जाना.

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क्रिप्टो की दुनियां में PoW का फुलफॉर्म क्या है?

Proof of Work

Proof of Work Mechanism क्या है?

Proof of Work (PoW) एक Decentralized Consensus Mechanism है जिसमें एक नेटवर्क में शामिल सभी मेम्बर्स को किसी सिस्टम को गेमिंग से रोकनें के लिए एक कॉम्पलीकेटेड Puzzles को Solve करनें के लिए बहुत ही ज्यादा Effort की ज़रूरत होती है, ऐसे में क्रिप्टोकरेंसी माइनिंग, टोकन माइनिंग और किसी Transaction को Validate करने के लिए Proof of Work की ज़रूरत होती है.

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