Dapps (Decentralized Applications) क्या है। Dapps के फ़ायदे और नुकसान और Dapps कैसे काम करता है
नमस्कार दोस्तों, स्वागत है आपका एक और नए लेख में आज हम जानने वाले है की आखिर ये Dapps (Decentralized Applications) क्या है। इसके फ़ायदे और नुकसान क्या है और यह कैसे काम करता है.
दोस्तों जब से क्रिप्टोकरेंसी की पॉपुलरिटी बढ़ी है तब से हम सब आये दिन किसी न किसी नए टेक्नोलॉजी से परिचित हो रहे है, इसी कड़ी में और भी कई टेक्नोलॉजी है जो पॉपुलर हुई जिसमें से ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी, NFTs, मेटावर्स, हाइपरवर्स, वेब 3.0 इत्यादि है.
इसी टेक्नोलॉजी और decentralized की दुनियां में एक और पोपुँलर टेक्नोलॉजी का नाम आता है जिसे Dapps कहते है.
Dapps (Decentralized Applications) क्या है? What is Dapps In Hindi
Dapps (Decentralized Applications) क्या है? यह एक ओपन सोर्स सॉफ्टवेयर एप्लीकेशन है, जो कंप्यूटर के बजाय पीयर-2-पीयर ब्लॉकचेन नेटवर्क पर चलता है, dapps देखने में अन्य सॉफ्टवेयर की ही तरह होता है जो पीयर-2-पीयर वेबसाइट या मोबाइल डिवाइस पर support करता है.
Dapps (Decentralized Applications) क्या है? अगर आसान शब्दों में समझें तो जैसे एक एप्लीकेशन (Facebook, whatsapp, Instagram) होता है उसी तरह यह भी एक एप्लीकेशन होता है बस फ़र्क इतना होता है की facebook, Instagram, whatsapp ये सभी सेंट्रलाइज्ड होते है.
यानी की इसे कोई न कोई Intitution या संस्था manage करती है पर Dapps एक decentralized applications है, इसे कोई भी particular institution या संस्था या कोई ब्यक्ति manage नहीं करता. सभी सेंट्रलाइज्ड एप्लीकेशन्स पायथन, जावास्क्रिप्ट, सीएसएस पर बनाया जाता है लेकिन Dapps solidity लैंग्वेज पर बनाया जाता है.
Dapps कैसे काम करता है? (How does Dapps Work)
Dapps कैसे काम करता है? देखा जाए तो यह तीन मेजर को फॉलो करता है.
1.इसके ओपन सोर्स होने की वजह से अधिकांश यूजर्स की सहमती से इसमें बदलाव किये जाते है. इसके लिए यह जरुरत होती है की सभी यूजर्स के पास कोड बेस मौजूद हो.
2.यह decentralized storage देता है जहाँ पर decentralized blocks को स्टोर किया जाता है.
3.यह डेटा को क्रिप्टोग्राफिक decentralized ब्लॉको की ऑफर करता है जो की use मान्यता देता है.
Dapps को एक ब्लॉकचेन system आमतौर पर इथेरियम पर स्टोर किया जाता है इस ऐप का use क्रिप्टोग्राफिक टोकन के साथ मान्य किया जाता है, जिसमें इस application का एक्सेस होना ज़रूरी है.
Dapps conventional application के समान है क्योंकि यह वेब पेज को रेंडर करने के लिए same front-end code का उपयोग करता है. क्योंकि यह centralized पीयर-2-पीयर नेटवर्क पर चलता है इसलिए back-end code अलग होता है, यह वही है जो Dapps को सिंगल अथोरिटी से मुक्त करता है.
जबकि एक ट्रेडिशनल एप्लीकेशन सेंट्रलाइज्ड सर्वर और डेटाबेस को support करता है, Dapps एक smart contract को support करता है जो ब्लॉकचेन पर आधारित होता हैं जिसमें इथेरियम ब्लॉकचेन smart contract को चलने के लिए ज्यादा पॉपुलर है.
Smart contract कोड की मध्यस्थता से एक लेनदेन के नियमों को लागू किया जाता है. Smart contract system पर एक decentralized application बनाने के लिए कई smart contracts को जोड़ना पड़ता है और front-end के लिए थर्ड पार्टी system को नियोजित करने की जरुरत पड़ती है.
एक smart contract जिस ब्लॉकचेन पर चलता है वह देता रिकॉर्ड का एक ledger है जो blocks में स्टोर होता है.
Dapps के फ़ायदे और नुकसान (advantage and disadvantage of Dapps)
Dapps के फ़ायदे (Advantage Of Decentralized Applications)
Dapps के फ़ायदे कुछ इस प्रकार से है.
1.Fault Tolerance: अगर इस नेटवर्क में एक नोट भी काम कर रहा है, तो एक decentralized network उपलब्ध रह सकता है. हालाँकि इसका परफोर्मेंस अधिक डाउन हो सकता है क्योंकि इसमें किसी centralized network नहीं है इसलिए एक हैकर nodes में कोई छेड़छाड़ नहीं कर सकता है.
2.Data integrity: ब्लॉकचेन पर स्टोर डेटा को बदला नहीं जा सकता क्योंकि ब्लॉकचेन consensus algorithms को सुनिश्चित करती है की ब्लॉकचेन में स्टोर डेटा परिवर्तन विरोधी है इसलिए यह सुरक्षित हो जाता है.
3.Flexible platform: इथेरियम ब्लॉकचेन विभिन्न इंडस्ट्रीज के लिए Dapps के quick development को capable करने के लिए flexible enough है.
4. User privacy: यूजर्स को किसी ऐप-विशिष्ट capacity का उपयोग करने के लिए अपनी व्यक्तिगत जानकारी डीएपी को सबमिट करने की आवश्यकता नहीं है.
Dapps के नुकसान (Disadvantage of decentralized applications)
Dapps के नुकसान कुछ इस प्रकार से है.
1.Dapps को maintain रखना, debug करना और अपडेट करना काफ़ी मुश्किल है क्योंकि ऐसा करने के लिए blockchain-based network सभी blocks की सहमती लेनी पड़ती है जो कीलगभग नामुमकिन है.
2. centralized network की तुलना में decentralized network को स्केल करना बहुत ही ज्यादा कठिन है.
3. यदि Dapps बहुत ही ज्यादा संसाधनों का उपयोग करता है तो यह पूरे नेटवर्क का backup भी लेगा.
3. Dapps centralized नेटवर्क की तरह काम नहीं करते इसलिए developers और यूजर्स के लिए user-friendly experience difficult हो सकता है, यूजर्स के नाम और पासवर्ड के अलावा लोगिंग करने के लिए पब्लिक और प्राइवेट key की जरुरत होती है.
और पढ़िए>>
- Smart Contract क्या है?
- NFTs क्या है इसके फ़ायदे और नुकसान
- हाइपरवर्स क्या है, क्या यह स्कीम है
- मेटावर्स क्या है और इसका फ्यूचर क्या है
Dapps के उदाहरण
दोस्तों अब तक हमनें जाना की Dapps (Decentralized Applications) क्या है। इसके फ़ायदे और नुकसान क्या है और यह कैसे काम करता है. आइये अब आगे जानते है की Dapps के उदहारण के बारे में. वैसे तो अगर देखा जाए तो हजारों Dapps का उपयोग और विकास किया जा रहा है. Dapps के तीन उदाहरण इस प्रकार से है.
1.Chainlink: यह एक middleware software है जो Oracle networks के लिए tamper-proof inputs, outputs और computations प्रदान करता है गूगल BigQuery PaaS डेटा के warehouse के लिए इसका टेस्ट कर रहा है.
2. TraceDonate: यह एक ऐसी service है जो चैरिटी और डोनर्स लाभार्तियों को आपस में जोड़ती है जिससे यह विश्वास बनाया जा सके की दिया गया दान ज़रूरतमंदों तक पहुँचता है, फंड को डिजिटल वॉलेट में रखा जाता है और डोनर्स को यह ट्रैक करने में सक्षम बनाता है कि दान कैसे खर्च किया जाता है.
3. Minds: यह एक Dapp आधारित सोशल मिडिया प्लेटफ़ॉर्म है जो open source code पर चलता है और अपने यूजर्स द्वारा भेजे गए सभी personal data को encrypt करता है.
तो दोस्तों आज के इस लेख में हमनें जाना की Dapps (Decentralized Applications) क्या है। Dapps के फ़ायदे और नुकसान क्या है. ऐसे ही और जानकारियों के लिए हमें फॉलो जरूर करिए, हमारे टेलीग्राम ग्रुप से जरूर जुड़े जिससे आप तक हर तरह की फाइनेंसियल जानकारी समय से पहुँचती रहे. धन्यवाद
1 thought on “<strong>Dapps (Decentralized Applications) क्या है। Dapps के फ़ायदे और नुकसान</strong>”