वेब 3.0 क्या है। वेब 3.0 के फ़ायदे (Web 3.0 Explained In Hindi)
दोस्तों अगर आप जानना चाहते है की वेब 3.0 क्या है। वेब 3.0 के फ़ायदे क्या है तो आज के समय में हम सभी के पास में Smart Phone और इन्टरनेट की सुबिधा है. हम लोग जब चाहते है तब इसका Use किसी भी काम में करते हैं फिर चाहे वो विडियो देखना हो या आर्टिकल पढना हो, शोपिंग करना हो या खाना मंगवाना हो,सोशल मिडिया use करना हो, विडियो कॉल या ऑनलाइन कुछ भी करना हो हम गूगल पर सर्च करते है और कुछ सेकंड में उसका परिणाम हमारे सामने होता है.
तब भी आज की इस डिजिटल दुनिया में और भी ज्यादा बदलाव हो रहे है ऐसे में फ्यूचर में एक ऐसा time आने वाला है जहाँ पर कार खुद से चलने वाली है सभी physical currencies, digital currencies में replace हो जायेगी, इन्टरनेट की स्पीड हजारों गुना बढ़ने वाली है खेती का पूरा काम डिजिटली हो जाएगा गेम इंडस्ट्री में भूचाल आने वाला है.
ऐसे ही अलग-अलग क्षेत्रों में अलग-अलग बदलाव होना start हो चुका है बस कुछ ही सालों के अन्दर एक ऐसी टेक्नोलॉजी बिकसित हो रही है जो पूरी दुनिया को बदलकर रख देगी अब तक सोशल मिडिया को use करते आये है.
जिसका कण्ट्रोल किसी और के हांथों में होता है यानी की हमारा पूरा डेटा बड़ी बड़ी सोशल मिडिया और सर्च इंजन कंपनियो के पास होता है जो हमारें डेटा को बेंचती है पर इस टेक्नोलॉजी के आने के बाद हमारा पूरा डेटा हमारे पास रहेगा.
जिसमें किसी भी थर्ड पार्टी पर्सन की जरुरत नहीं पड़ती है जैसे की क्रिप्टोकरेंसी के लेनदेन में कोई भी बैंक या संस्था की जरुरत नहीं पड़ती। आइये जानते है यह टेक्नोलॉजी है क्या? वेब 3.0 क्या है। वेब 3.0 के फ़ायदे क्या है ? वेब 1.0 क्या है? वेब 2.0 क्या है?
वेब 1.0 क्या है?(what is web 1.0 in Hindi)
अगर आप जानना चाहते है की वेब 1.0 क्या है तो इतना सा जान लीजिये की इन्टरनेट की दुनिया की ये पहली शुरुआत थी पर इसमें कुछ ख़ास क्वालिटी नहीं थी पर उस समय ये इन्टरनेट की दुनिया में बहुत बड़ी उपलब्धि मानी जाती थी.
उस समय इसमें कुछ ख़ास interface नहीं था और न ही आज की तरह सोशल मिडिया और तरह तरह के apps थे बस एक नार्मल सी वेबसाइट थी जहाँ पर हम कुछ आर्टिकल पढ़ सकते थे पर न तो कुछ कमेंट कर सकते थे और न ही उपयोग.
वेब 1.0 की नीव बेर्नेर्स – ली ने 1990 में तब रखी जब वो एक कंप्यूटर साइंटिस्ट थे।
वेब 2.0 क्या है? (what is web 2.0 In Hindi)
अभी तक बहुत सारें लोगों को ये नहीं पता है की वेब 2.0 क्या है ऐसे में अगर आप भी जानना चाहते हो की वेब 2.0 क्या है तो वेब 2.0 की शुरुआत 1999 के बाद हुई तब तक इन्टरनेट काफ़ी पॉपुलर हो चुका था इसी समय में ही मोबाइल फ़ोन, सोशल मीडिया, क्लाउड कंप्यूटर की भी शुरुआत हुई वेब 2.0 में ही हम वेबसाइट पर जाकर कमेंट कर सकते थे और किसी भी आर्टिकल को सोशल मिडिया पर शेयर कर सकते थे.
आज हम लोग जिस इन्टरनेट का इस्तेमाल कर रहे है वो वेब 2.0 की ही देंन है जहाँ पर हम facebook ,Instagram, youtube पर किसी को फॉलो कर सकते है कमेंट और शेयर कर सकते है.
आज हर किसी के पास smart phone और इन्टरनेट की सुबिधा इसी वेब 2.0 की वजह से ही संभव हो पाया है, इसी वेब 2.0 की वजह से ही आज हम amazon, flipkard जैसी ऑनलाइन shopping साइटों से हम shopping करते है वेब 2.0 के आने के बाद ही blogging करना और वेबसाइट बनाना start हुआ.
यानी की आज हम इन्टरनेट पर जो भी एक्टिविटी कर रहे है वो सब वेब 2.0 की देन है चाहे वो ऑनलाइन पढाई करना हो या ऑनलाइन पढ़ाना और चाहे वो फिर गेम खेलना हो या app बनाना सब वेब 2.0 की वजह से संभव हो पाया है.सरल और आसान भाषा में बात करें तो साल 1999 के बाद से अब तक जिस technology का हम सब इस्तेमाल कर रहे है वो वेब 2.0 ही है.
ऐसे में अब समय के साथ technology में लगातार बदलाव हो रहा है अब लगभग वेब 3.0 की शुरुआत हो चुकी है बस कुछ सालों के अन्दर वेब 3.0 का ही बोलबाला होने वाला है आइये जानते है की ये वेब 3.0 क्या है और इसके आने से technology में क्या बड़े बदलाव होंगे.
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वेब 3.0 क्या है? (What Is Web 3.0 In Hindi)
वेब 3.0 क्या है और यह किस तरह से वेब 1.0 और वेब 2.0 से अलग है आइये हम आगे जानते है- दरअसल अभी तक जिस technology का use कर रहे है वो है वेब 2.0 यानी इस वक़्त हम सभी सोशल मिडिया का use कुछ ज्यादा ही कर रहे है.
खासकर शोर्ट वीडियोज का लेकिन क्या आपको पता ये जितनी भी सोशल मिडिया कम्पनीज है इन सभी के पास हमारा डेटा मौजूद होता है.
इसलिए ये जब चाहे हमारा डेटा बेंच सकती है जैसे की हमें क्या पसंद है, हम कहाँ जा रहे है, क्या खा रहे है कहाँ घूम रहे है. क्या ख़रीद रहे है, कौन सी वीडियोज देख रहे है, कौन सी बुक पढ़ रहे है इन सभी रिकॉर्ड google, facebook, what’s app, amazon के पास होता है अब आइये समझते है की वेब 3.0 क्या है.
अब जब आप ये जान चुके है की हमारा पूरा डेटा सोशल मिडिया कंपनियों के पास होता है ये जब चाहे अपने फ़ायदे के लिए इसे इस्तेमाल कर सकती है तो मैं आपको बता दूँ वेब 3.0 आने के बाद आपका डेटा किसी के पास नहीं रहेगा.
वेब 3.0 ब्लॉकचैन टेक्नोलॉजी पर आधारित होगा जो की decentralized होता है यानी की इसे बदला और चुराया नहीं जा सकता है इस technology के आने से सब कुछ ऑटोमैटिक हो जायेगा जैसे की आप shopping moll से कोई सामान लेकर बाहर निकलेंगे तो तुरंत ही आपके अकाउंट से पैसा या क्रिप्टो कट जायेगा आपको काउंटर पर बिलिंग कराने की जरुरत ही नहीं पड़ेगी.
इलेक्ट्रिक गाड़ियाँ बिना ड्राईवर की चलेगी, इस technology से रोबोट को और ज्यादा कण्ट्रोल करना आसान हो जायेगा, इसके आने से artificial intelligence को और भी ज्यादा बढ़ावा मिलेगा और 3d ग्राफिक्स का भविष्य और भी सुनहरा होगा.
वेब 3.0 के फ़ायदे (Advantages of Web 3.0)
- अगर बात करें वेब 3.0 के फ़ायदे के बारे में तो इसका सबसे बड़ा जो फायदा है वो है ownership यानी की आप अपने डेटा या अपनी प्रोपर्टी के खुद मालिक होंगे.
- वेब 3.0 का ब्लॉकचैन पर आधारित होने के कारण कोई भी आपके डेटा को न तो हैक कर सकता है और न ही चुरा सकता है.
- Elimination की वजह से इस technology के ऊपर किसी संस्था या गवर्मेंट या किसी भी कंपनी का कण्ट्रोल नहीं रहता क्योंकि यह टेक्नोलॉजी ब्लॉकचैन के ऊपर आधारित है.
- इस टेक्नोलॉजी की मदद से कोई भी अपना एड्रेस create कर सकता है इसमें किसी के income के लिए कोई भी restrictions नहीं लगाया जा सकता.
- इसकी मदद से आप एक सेकंड से भी कम समय में transaction कर सकते है वो भी बिना किसी limitation के.
- इसके अलावा इन्टरनेट पर काम करना आसान हो जायेगा, नॉलेज या इनफार्मेशन देना भी आसान हो जायेगा.
दोस्तों आज की लेख में हमनें जाना की वेब 3 क्या है साथ में इसके फ़ायदे के बारें में भी, ऐसी ही और जानकारी के लिए हमें फॉलो जरूर करें, और हमारें टेलीग्राम ग्रुप जरूर जॉइन करें.
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